पीपल के पेड़ में कौन से भगवान का वास है? पीपल में कौन कौन से देवी-देवता वास करते हैं?
हिन्दू शास्त्रों में पीपल को पूजनीय माना जाता है, लेकिन पीपल की पूजा करने पीछे क्या महत्व बताया गया है ये भी जान लें।
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पीपल के पेड़ में कौन से भगवान का वास है? पीपल के प्रत्येक भाग में कौन कौन से देवता विद्यमान हैं?
पुराण एवं वेदों के अनुसार पीपल में देवताओं का वास है। समस्त वृक्षों में से ,पीपल में त्रिदेव वास करते हैं । पीपल को श्री विष्णु जी का साक्षात स्वरूप भी माना जाता है। इसलिए पीपल की पूजा की जाती है।
पीपल है श्री विष्णु का साक्षात स्वरूप!
श्रीमद भगवत गीता में 10 वें अध्याय के 26 वें श्लोक-
अश्वत्थ: सर्व-वृक्षाणां देवर्षिणं च नारदः
गंधर्वणं चित्ररथः सिद्धानं कपिलो मुनिः
इसका अर्थ समस्त वृक्षों में मैं पीपल का वृक्ष हूँ, दिव्य ऋषिओं में मैं नारद,गंधर्वों में मैं चित्ररथ और सिद्धों में मैं कपिल मुनि हूँ। इस श्लोक में श्री विष्णु कहते हैं, सभी वृक्षों में मैं पीपल हूँ। पीपल श्री विष्णु जी का जीवंत एवं पूर्णतः मूर्तिमान स्वरूप है।
पीपल के प्रत्येक भाग में त्रिदेव करते वास!
स्कन्द पुराण नागर खंड 247 श्लोक 41-44:
मूलतः ब्रह्म रूपाय मध्यतो विष्णु रुपिणः
अग्रतः शिव रुपाय अश्वत्त्थाय नमो नमः।’
इस श्लोक का अर्थ है कि पीपल के मूल में की ब्रम्हा , मध्य में विष्णु और अग्रभाग में शिव जी का वास होता है। इस कारण पीपल के पेड़ को पूजनीय माना जाता है एवं इसे नमन किया जाता है। पीपल की पूजा और सेवा करने से त्रिदेव की आशीर्वाद के साथ सद्गति प्राप्त होती है।
मुझे उम्मीद है इस लेख से पीपल के पेड़ में कौन से देवताओं का वास है ये आप जान गए होंगे। ब्लॉग को अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।
पेड़ पौधें ढेरों, हैं पृथ्वी की जान
बन गए हैं मेरे जीवन की पहचान