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असली चंदन की पहचान क्या है? चंदन की शुद्धता की जांच कैसे करें?

क्या आपने भी कभी नकली चंदन को असली समझ कर ज्यादा पैसे खर्च कर दिए? अगर हां, तो अब ऐसा दोबारा न हो इसलिए  हम आपको बताएंगे असली चंदन की पहचान के आसान और पक्के तरीके।

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असली चंदन की पहचान क्या है? असली चंदन की लकड़ी की पहचान कैसे करें? 

चंदन, विशेषकर सफेद चंदन भारतीय संस्कृति में एक पवित्र और कीमती वस्तु मानी जाती है। इसकी खुशबू न केवल मन को शांत करती है, बल्कि यह औषधीय गुणों और आध्यात्मिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। लेकिन बाज़ार में नकली चंदन की भरमार के कारण शुद्ध चंदन की पहचान करना अब एक चुनौती बन गई है। इस लेख में हम जानेंगे कि चंदन की शुद्धता की जांच कैसे करें, वो भी आसान घरेलू तरीकों से।

1. असली चंदन की खुशबू से पहचानें:

असली चंदन की सबसे पहली और महत्वपूर्ण पहचान इसकी प्राकृतिक खुशबू है। शुद्ध चंदन की पहचान कैसे करें? इसका उत्तर है – इसकी खुशबू कभी भी कृत्रिम नहीं लगती। यह हल्की, लेकिन गहराई लिए होती है, और वर्षों तक बनी रहती है।

 2. रगड़ने पर तेल का अहसास:

असली चंदन की लकड़ी को किसी पत्थर पर रगड़ने पर उसमें से हल्का पीला या सफेद सा लेप निकलता है, जिसमें से भीनी-भीनी खुशबू आती है। यह लेप चिपचिपा नहीं बल्कि ठंडक देने वाला होता है। नकली लकड़ी ऐसा अनुभव नहीं देती।

 3. पानी में डूबने का परीक्षण:

यदि आप चंदन की शुद्धता की जांच कैसे करें जानना चाहते हैं, तो एक सरल टेस्ट यह है कि लकड़ी को पानी में डालें। असली चंदन की लकड़ी भारी होती है और पानी में डूब जाती है, जबकि नकली लकड़ी तैर सकती है।

 4. जलाने पर धुआं और सुगंध:

जब असली चंदन की लकड़ी को थोड़ा जलाया जाता है, तो वह बिना किसी जहरीले धुएं के जलती है और वातावरण में सुगंध फैलाती है। नकली लकड़ी जलाने पर काली राख और तेज, अप्राकृतिक गंध निकलती है।

 5. असली चंदन की रंग और बनावट:

असली चंदन की लकड़ी की पहचान कैसे करें? इसका जवाब इसके रंग और बनावट में छिपा है। सफेद चंदन का रंग हल्का क्रीम या पेल यलो होता है, और उसकी बनावट चिकनी व घनी होती है। नकली चंदन अक्सर अधिक चमकदार या भड़कीला दिख सकता है।

6. असली चंदन वजन से भी करें पहचान:

असली चंदन की लकड़ी की पहचान कैसे करें इसका एक और तरीका है उसका वजन। शुद्ध चंदन की लकड़ी स्वभावतः भारी होती है। यह घनत्व में अधिक होती है, जिससे हाथ में उठाते ही आपको इसकी वास्तविकता का आभास हो जाता है। नकली या मिलावटी लकड़ी हल्की हो सकती है और जल्दी सूख जाती है।

7. प्रमाणन और संगठन से प्रमाणित चंदन:

अगर आप शुद्ध चंदन की पहचान कैसे करें का सबसे भरोसेमंद तरीका जानना चाहते हैं, तो प्रतिष्ठित संस्थानों से प्रमाणित चंदन खरीदना सबसे सुरक्षित विकल्प है।

ISSAA (Indian Sandalwood Support and Awareness Association) जैसी संस्थाएँ, उपभोक्ताओं को यह सलाह देती हैं कि वे चंदन को तभी खरीदें जब वह Forest Stewardship Council (FSC) या Indian Sandalwood Oil and Wood Association (ISOWA) जैसे अंतरराष्ट्रीय और भारतीय संगठनों से प्रमाणित हो।

ये संगठन यह सुनिश्चित करते हैं कि चंदन:

  • टिकाऊ और नैतिक स्रोतों से प्राप्त हुआ है।
  • चंदन की शुद्धता की जांच वैज्ञानिक और नैतिक मानकों के आधार पर की गई है।
  • पर्यावरण के अनुकूल तरीके से तैयार किया गया है।

इन संस्थाओं द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र यह स्पष्ट करता है कि आपको जो चंदन मिला है वह न केवल असली है बल्कि प्रकृति और पारंपरिक मूल्यों का सम्मान करते हुए प्राप्त किया गया है।

चंदन की पवित्रता को जानना केवल एक अनुभव नहीं, बल्कि आत्मिक और स्वास्थ्य से जुड़ा विषय है। जब भी आप चंदन खरीदें, इन घरेलू और पारंपरिक तरीकों से उसकी शुद्धता की जांच करें। इससे न केवल आप असली चंदन प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि उसके लाभों का संपूर्ण आनंद भी ले सकेंगे। तो अब जब आप असली चंदन की पहचान करना सीख गए हैं,नीचे कमेंट में बताइए कि आपने कौन-सा तरीका आजमाया और आपको कैसा अनुभव रहा!