पांच पत्ती वाला बेलपत्र का महत्व क्या है? पांच पत्ती वाला बेलपत्र शिवजी पर चढ़ाने का क्या महत्व है?
शिवजी के साथ ही बेलपत्र का अस्तित्व और अनेक गाथा जुड़ी हुई है। सभी दल के बेलपत्र में खास महत्व है और उनमें से पांच पत्ती वाले बेलपत्र का क्या महत्व है, जान लें।
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पांच पत्ती वाला बेलपत्र का महत्व क्या है? क्या पांच पत्ती वाला बेलपत्र शिवजी को चढ़ाना चाहिए ?
शिव पुराण के अनुसार बेलपत्र को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। बेलपत्र कई प्रकार के होते हैं और तीन पत्तियों वाले के अलावा चार, पांच, छे पत्ती से लेकर ग्यारह पत्ती वाले बेलपत्र को भी भोलेनाथ को चढ़ाया जाता है। पांच पत्ती वाले बेलपत्र को ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश और माता पार्वती के प्रतीक के रूप में माना जाता है।
पांच पत्ती वाला बेलपत्र का विशेष महत्व!
ऐसा कहा गया है पांच पत्ती वाले बेलपत्र में देवताओं का वास होता है। पांच पत्ती बेलपत्र का अस्तित्व ब्रम्हा, विष्णु, महेश, गणेश और माता पार्वती से जुड़ा हुआ है। पांच पत्ती वाले बेलपत्र शिवजी चढ़ाना सुबह माना जाता है।
पांच पत्ती वाले बेलपत्र शिवजी को चढ़ाने का महत्त्व!
भगवान शिवजी का प्रिय बेलपत्र हमेशा उनके मस्तक पर सजती है। बेलपत्र हमेशा जल के साथ शिव जी को चढ़ाया जाता है। पांच पत्ती वाले बेलपत्र चढ़ाते समय “ॐ नमः शिवाय” मन्त्र का स्मरण करना चाहिए। इसी तरह पांच पत्ती वाले बेलपत्र भोलेनाथ पर चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं।
पांच पत्ती वाला बेलपत्र का क्या महत्व है इस ब्लॉग से आप जान गए होंगे। आशा करती हूँ आपको मेरा यह लेख पसंद आया होगा। ब्लॉग को अंत तक पढ़ने के लिए आपका हार्दिक आभार |
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